मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्
दुर्भाग्य जब आता हे प्रिस्थिति खराब हो जातीं हें ,और ईनसान अकेला पड जाता हे !
छिपते सूरज को देख कर लोग दरवाजे बन्द कर लेते हें इसी प्रकार दुर्भाग्य के समय सब पराये हो जाते हें
पूज्य सुधांशुजी महाराज
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मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्
मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्
मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्
मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्
मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्
मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्
मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्
मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्
मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्
मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्
मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्
मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्
मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्
मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्
मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्
मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्
मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्
मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्
मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्
"महानता जब आपके अन्दर जागती है तो आप नीचा कुछ भी कार्य नहीं करेगें। ऐसा कुछ भी नहीं करेंगें जिससे आपको खुद भी निराशा हो।
इसलिए ध्यान रखें जैसे जैसे हम प्रभु के निकट होते जाते है हमारे अन्दर एक पूर्णता आती है , हमारा अधूरापन दूर होता है,
हमारी सम्पूर्णता जाग्रत होने लग जाती है।"
मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्