Sunday, September 23, 2012

Fwd: चंदे के धंदे क़ा नो अकाउंट



---------- Forwarded message ----------
From: Madan Gopal Garga <mggarga@gmail.com>
Date: 2012/9/23
Subject: चंदे के धंदे क़ा नो अकाउंट
To: nbtbindaasbol@indiatimes.com


चंदे के धंदे क़ा नो अकाउंट 
पोलिटिकल पार्टियों को भी  आर टी आई के अदंर होना चाहिए ,
ताकि यह पता चलसके कि उनके पास यह पैसा कहाँ से आया है !
यह समझ नहीं आता कि जब उनका दान नंबर  २ क़ा नहीं है तो उनको आर टी आई के तहत सूचना देने में तकलीफ 
क्या हे !
मदन गोपाल गर्ग 
कल्याण 
२३-९-२०१२ 

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